दवा कारोबारियों के यहां चेकिंग से मचा हड़कम्प, खरीद का मांगा गया रिकॉर्ड

दीपक श्रीवास्तव 
दवा कारोबारियों के यहां चेकिंग से मचा हड़कम्प, खरीद का मांगा गया रिकॉर्ड
जौनपुर। कोडिन युक्त कफ सिरप और एनआरएक्स श्रेणी की दवाओँ की बिक्री और खरीद करने वाले थोक और फुटकर व्यापारी प्रदेश सरकार के निशाने पर आ गए हैं। शासन के विशेष निर्देश पर प्रदेश आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की अगुवाई में गठित  स्पेशल टीम के मुखिया जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने शुक्रवार को शहर के आधा दर्जन नामी गिरामी मेडिकल स्टोर संचालकों के यहां रेंडम चेकिंग की।

अचानक हुई इस ताबड़तोड़  चेकिंग से दवा कारोबारियों में जबरदस्त हड़कंप मच गया। वजह यह है कि जिला औषधि निरीक्षक की टीम ने संबंधित फर्म के संचालकों से साफ शब्दों में कह दिया है कि यदि फर्म कोडिन युक्त कफ सिरप की अवैध बिक्री करते हुए पाई गई तो संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराते हुए शासन स्तर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।स्पेशल टीम ने शहर के फर्म मिलन ड्रग एजेंसी बलुआघाट, मिलन ड्रग सेंटर ढालगर टोला, पूर्वांचल एसोसिएट ढालगर टोला और सौक्षय फार्मा, सरफराजपुर के यहां घण्टों देर तक बेहद ही गहराई के साथ सघन जांच पड़ताल किया।

टीम इन फर्म के संचालकों से पिछले तीन साल के दौरान अब तक लाखों रुपए की दवाओँ की खरीद और उनकी बिक्री से जुड़े  रिकॉर्ड को तलब किया।
हालांकि मौके पर मौजूद कुछ संचालकों ने कोई प्रपत्र नहीं दिखाया। लिहाजा उन्हें एक अंतिम मौका देते हुए सभी चारों फर्मो से वर्ष 2023-24 और  2024-25 के दौरान अब तक के खरीद विक्रय संबंध अभिलेख तलब कर लिया है।इस संबंध में जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि मिलन ड्रग सेंटर ढालगर टोला, पूर्वांचल एसोसिएट, ढालगर टोला और सौक्षय फार्मा सरफराजपुर फर्म के द्वारा खरीद और बिक्री बिल का सत्यापन तक औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 22(1)(डी) के अंतरगत औषधियों की खरीद पर  तत्काल रोक लगाते हुए प्रभावी  करवाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि कड़े निर्देश के बाद भी अगर संबंधित फर्म के संचालक द्वारा शासन के विशेष निर्देश आदेश का उल्लंघन करते हुए पाया गया  तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अभी प्रथम दृष्टया उनके प्रपत्रों की जांच के बाद खामियां मिलने के उपरांत उपरोक्त फर्म की बिक्री एवं खरीद रिपोर्ट की जांच के बाद और भी अगली कार्रवाई की जाएगी। जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि एजेंसियों की जांच कोडिन युक्त कफ सिरप और एनआरएक्स श्रेडी की औषधियों की रोकथाम लगाने के दृष्टिगत की गई है। जिससे नकली और अधोमानक दवा कारोबारी पर शिकंजा कसा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
प्रदेश सरकार के विशेष निर्देश पर जौनपुर में शुरू किए गए इस  विशेष अभियान से दवाओं के नाम पर आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले अब कानून के शिकंजे में होंगे। 

 

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