कश्मीर से कर्नाटक तक कायस्थ बंधुओ का हुआ पंजीयन — कुलदीप माथुर

विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

कश्मीर से कर्नाटक तक कायस्थ बंधुओ का हुआ पंजीयन — कुलदीप माथुर

संस्कृति को सहेजने में कायस्थ समाज की युवा पीढ़ी भी आगेः बिरला

-देश के प्रति समाज के योगदान को लोक सभा अध्यक्ष ने किया याद

जौनपुर,कोटा, 7जनवरी। भारत की पुरातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में कायस्थ समाज का अहम योगदान रहा है। समाज की युवा पीढ़ी भी सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति समर्पित है। वे अपनी बुद्धि, कर्म, कौशल और ज्ञान के साथ देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह बात लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को अखिल भारतीय कायस्थ समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में कही।

बोरखेड़ा स्थित एक रिसोर्ट में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में बिरला ने कहा कि आजादी के आंदोलन से स्वाधीनता के बाद राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अहम योगदान रहा है। समाज ने देश को अनेक ऐसी विभूतियां दीं जिन्होंने राजनीति, शिक्षा, आध्यात्म, कला, खेल सहित अनेक क्षेत्रों में देश को गौरवान्वित किया।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय मीडिया संयोजक व कार्यक्रम आयोजक कुलदीप माथुर ने बताया कि रविवार को बारां रोड स्थित तुलसी रिसोर्ट पर युवक-युवती परिचय सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन प्रात: 9 बजे किया जाएगा। सम्मेलन में 1200 से अधिक पंजीयन हुए एवं 17 चित्रांश विभूतियों को सम्मानित किया गया।
यह रहे अतिथि मौजूद विधायक शांति धारीवाल, संदीप शर्मा, शहर जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी,कोटा, डा.संगीता सक्सेना मेडिकल कॉलेज प्रिसीपल मौजूद रहे। 

इस अवसर पर  कार्यक्रम की स्मारिका “कायस्थ बंधन” का विमोचन लोकसभा अध्यक्ष ओमबिरला व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप माथुर सहित अतिथियों ने किया। इस अवसर पर बीपी व शुगर की जांच शिविर भी आयोजित किया जिसमें 800 लोगो लाभांवित हुए

कश्मीर से कर्नाटक तक पंजीयन
राष्ट्रीय मीडिया संयोजक व कार्यक्रम आयोजक कुलदीप माथुर ने अपने उद्बोधन में बताया कि कार्यक्रम में चित्रांश बंधुओ का समर्थन व प्यार मिला और एबीकेएम की पूरी ​टीम की मेहतन के कारण गत वर्ष जो आकंडा मजह 600 पंजीयन तथा उसे दूगना करते हुए 1200 से अधिक पंजीयन किए गए हैं।  महासभा की ओर से यह तीसरा युवक-युवती परिचय सम्मेलन है। इस वर्ष सभी प्रांत से पंजीयन के लिए अपनी रूपी दिखाई है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक पंजीयन करवाए गए है।जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, आई टी क्षेत्र, राजकीय व निजी सेवा में सेवारत युवक-युवती के बायोडाटा सम्मिलित है। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कायस्थ समाज का इतिहास गौरवशाली है। समाज के लोगों ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां प्राप्त की हैं, इसी कारण उनका समाज में एक विशेष सम्मान है। विधायक शांति धारीवाल ने कहा कि परिचय सम्मेलन में जोडो को आपस मे रूबरू होने का अवसर मिलता है अन्यथा किसी बीच वाले व्यक्ति पर भरोसे पर रिश्तो की नीव बनती है। महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सेवा, समर्पण और मानव कल्याण के क्षेत्र में भी कायस्थ समाज प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। दक्षिण भारत से कोटा पहुचे रवि पीले ने ​अपने उद्बोधन में समाज की इस गतिविधी की प्रशंसा करते हुए पूरे देश को एक सूत्र में पिरोनो की बात कही।

कोई शर्माया तो किसी ने बेबाकी से दिया परिचय
संभाग अध्यक्ष नितिन भटनागर ने बताया कि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर कोटा में युवक-युवती परिचय सम्मेलन में रविवार को सुबह से परिचय पढ़ गए। मंच व माईक की छिछक से कोई परिचय देने में असहज दिखा तो किसी ने बेबाकी से अपना परिचय दिया। मंच पर अपने होने वाले जीवन साथी की तलाश में युवक—युवतियों ने परिचय पढा।
प्रदेश संगठन सचिव नीरज कुलश्रेष्ठ व  जिला अध्यक्ष विनोद सक्सेना ने बताया कि बताया कि कार्यक्रम के दौरान कुण्डली मिलान व्यवस्था भी महासभा की ओर की गई है। वर—वधु पसंद आने पर इच्छुक प्रतिभागी नि:शुल्क ज्योतिषीय सलाह प्राप्त कर कुण्डली मिलान की। उन्होने बताया कि विधुर—विधवा भी मंच से अपना परिचय दिया। गत वर्षो में कोराना ने कई जोडो को अलग किया था। कोरोना काल में बिछुड़े दम्पतियों का पुनर्विवाह करवाने का प्रयास किया गया।  कार्यक्रम स्थल पर ही तीन स्थानों पर एल.ई.डी. के माध्यम से युवक-युवती के परिजन परिचय सम्मेलन को देखते  व सुनते नजर आए।

कायस्थ प्रतिभाओं का सम्मान
जिला महामंत्री कमल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही कायस्थ विभूतियों का भी सम्मान अतिथियों द्वारा किया गया। जिसमें शिक्षा, खेल, पत्रकारिता, समाज सेवा, उद्यमी, मेडिकल क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य करने वाली 17 चित्रांश प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। प्रो.अरविंद सक्सेना,  शोभा माथुर, पंकज श्रीवास्तव, डा.शिल्पा सक्सेना, शैलेन्द्र माथुर, जितेन्द्र गोड़, सुनिल माथुर, राजीव सक्सेना, सुशील श्रीवास्तव,  राजीव दत्ता जी एवं अन्य प्रतिभाओं को मंच पर मोमेंटो व माला पहनाकर सम्मानित किया गया।

भगवान चित्रगुप्त के दर्शनलाभ
पूर्व पार्षद राममोहन मित्रा व पार्षद चेतना माथुर ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर भगवान चित्रगुप्त जी का भव्य श्रृंगार कर कटआउट लगाया गया। जिसका विधिवत पूजन किया गया। चित्रांश बंधुओ ने आस्था से अपने हाथ जोड कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप माथुर,राष्ट्रीय महामंत्री विश्व विमान कुलश्रेष्ठ, राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव, साउथ इंडिया के कोऑर्डिनेटर रवि पिल्ले, राष्ट्रीय सचिव अनिल कोलरी, प्रदेश युवा अध्यक्ष ऋषि माथुर, प्रदेश उपा.भूपेंद्र सक्सेना, प्रदेश संयुक्त सचिव नीरज कुलश्रेष्ठ, पूर्व पार्षद राममोहन मित्रा, पार्षद चेतना माथुर, कार्यक्रम सह सयोजक महेश श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष विनोद सक्सेना, संभागीय अध्यक्ष युवा ऋषभ माथुर, जिला अध्यक्ष युवा नितिन नरेश भटनागर, संभागीय अध्यक्ष महिला नैना सक्सेना, जिला अध्यक्ष महिला अनिता माथुर, किशोर माथुर, जिला महामंत्री कमल कुलश्रेष्ठ, टोंक जिला अध्यक्ष विशाल सक्सेना, भीलवाड़ा जिलाध्यक्ष सूरज सक्सेना, झालावाड़ जिलाध्यक्ष डॉ आर डी माथुर, बूंदी जिलाध्यक्ष अरुण सक्सेना, बारां जिलाध्यक्ष राज सक्सेना, जिला जिलाध्यक्ष कोषाध्यक्ष राहुल कुलश्रेष्ठ, युवा अध्यक्ष नितिन नरेश भटनागर, प्रदेश युवा महामंत्री मयूर सक्सेना  शालिनी भटनागर, हिमांशु भटनागर, वन्दना सक्सेना, डा.शिल्पा माथुर, मन्जू श्रीवास्तव, शीला माथुर, डा.नलिनी कुलश्रेष्ठ, सुधीर सक्सेना, डा.नीरजा श्रीवास्तव, अशोक भटनागर, प्रदीपकांत भटनागर, डा.विनीत महोबिया, नेहा माथुर, मोनिका श्रीवास्तव, पुनीत भटनागर, गरिमा सक्सेना, अतुल कुलश्रेष्ठ, मनु भटनागर, ममता सक्सेना, अक्षिता सक्सेना, शिखा कुलश्रेष्ठ, आस्था सक्सेना, धमेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, गौरव सक्सेना, पार्थ माथुर, रविन्द्र श्रीवास्तव, चन्द्र प्रकाश सक्सेना, ईश्वर सक्सेना, उर्मिला सक्सेना, सहित देश के विभिन्न प्रांतो से आए 4500 से अधिक चित्रांश बंधुओं ने अपनी उपस्थिती दर्ज करवाई।

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